चंडीगढ़ में अंतर्राष्ट्रीय ड्रग सिंडिकेट का भंडाफोड़, तीन विदेशी गिरफ्तार
चंडीगढ़ ट्राइसिटी क्षेत्र में एक बड़ी पुलिस कार्रवाई के तहत अंतर्राष्ट्रीय ड्रग सिंडिकेट का पर्दाफाश हुआ है। यूटी पुलिस क्राइम ब्रांच ने एक गुप्त ऑपरेशन के दौरान तीन विदेशी नागरिकों को गिरफ्तार किया, जो शहर में मादक पदार्थों की तस्करी कर रहे थे।
गिरफ्तार किए गए आरोपी:
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इमोरु डेमियन (31) — नाइजीरिया
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ओकोये ननामडी (31) — नाइजीरिया
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टूफे यूसुफ (30) — केप टाउन, दक्षिण अफ्रीका
तीनों आरोपियों को पुलिस ने मौके पर ही रंगे हाथों पकड़ा। इनके पास से भारी मात्रा में कोकीन, एम्फ़ैटेमिन, और एक होंडा सिटी कार जब्त की गई, जिसका इस्तेमाल ड्रग तस्करी में किया जा रहा था।
कैसे हुआ ऑपरेशन?
पुलिस का यह ऑपरेशन 22 जुलाई को शुरू हुआ, जब इमोरु डेमियन को 62.6 ग्राम एम्फ़ैटेमिन के साथ पकड़ा गया। जांच में पता चला कि वह 2021 में मेडिकल वीजा पर भारत आया था और अब तक अवैध रूप से ठहरा हुआ था।
उसकी पूछताछ के आधार पर दो अन्य आरोपियों — ओकोये और टूफे — को भी गिरफ्तार किया गया।
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ओकोये ननामडी के पास से 35.8 ग्राम कोकीन और 5.73 ग्राम एम्फ़ैटेमिन बरामद हुई।
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टूफे यूसुफ, जो 2023 में बिज़नेस वीजा पर भारत आया था, के पास से 34.85 ग्राम कोकीन मिली।
विदेश से कंट्रोल हो रहा था नेटवर्क
सबसे चौंकाने वाली बात ये सामने आई कि ये तीनों आरोपी भारत में अकेले काम कर रहे थे, जबकि उनका पूरा नेटवर्क विदेश में बैठे हैंडलर्स के ज़रिए ऑपरेट हो रहा था।
ड्रग्स को दिल्ली से मंगवाया जाता था और चंडीगढ़–मोहाली–पंचकूला जैसे ट्राइसिटी इलाकों में युवा वर्ग को निशाना बनाया जाता था।
जांच में यह भी खुलासा हुआ है कि खरड़ (मोहाली) में रह रहे नाइजीरियन स्टूडेंट्स के ज़रिए भी ड्रग्स को फैलाया जा रहा था। इन छात्रों का शोषण करके उन्हें डीलर बनाया गया था।
अगला कदम:
तीनों आरोपियों को कोर्ट में पेश कर पुलिस रिमांड में भेज दिया गया है। अब पुलिस इनके विदेशी नेटवर्क, सप्लायर और ट्राइसिटी के लोकल कनेक्शन की गहराई से जांच कर रही है।
लेखक नोट:
नशा एक खतरनाक जाल है जो युवा पीढ़ी को अंदर से खोखला कर रहा है। अगर आप अपने आस-पास किसी संदिग्ध गतिविधि को देखें, तो पुलिस या हेल्पलाइन से तुरंत संपर्क करें।