चार विचाराधीन कैदी कोरबा जेल से फरार: सुरक्षा व्यवस्था पर उठे सवाल |
तारीख: 4 अगस्त 2025
📍 स्थान: कोरबा, छत्तीसगढ़
🖋 रिपोर्ट: TVC इंडिया न्यूज़ डेस्क
कोरबा जिला जेल से चार विचाराधीन कैदी शनिवार रात दीवार फांदकर फरार हो गए। ये सभी आरोपी बलात्कार और POCSO (बाल यौन अपराध संरक्षण अधिनियम) के मामलों में जेल में बंद थे। इस घटना ने जेल प्रशासन और सुरक्षा इंतजामों की पोल खोल दी है।
प्रारंभिक जांच के अनुसार:
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यह घटना रात 2 बजे से 3 बजे के बीच की है।
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कैदियों ने जेल की एक दीवार पर चढ़ने के लिए बिस्तर की चादरों और रस्सियों का इस्तेमाल किया।
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दीवार के ऊपर लगे कंटीले तारों को उन्होंने या तो काट दिया या नीचे झुका दिया।
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जेल की सुरक्षा टीम को घटना के बाद सुबह के निरीक्षण में कैदियों के नदारद होने की जानकारी मिली।
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रामसेवक यादव – उम्र 22 वर्ष, बलात्कार का आरोपी
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महेश उरांव – उम्र 28 वर्ष, POCSO केस में बंद
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लखन केरकेट्टा – उम्र 25 वर्ष, सामूहिक बलात्कार का मामला
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शिवराम प्रधान – उम्र 21 वर्ष, यौन उत्पीड़न का आरोपी
चारों कैदी अभी ट्रायल स्टेज में थे, यानी अदालत में सुनवाई चल रही थी।
जेल प्रशासन ने माना है कि यह गंभीर सुरक्षा चूक का मामला है। फिलहाल, पुलिस, जेल अधीक्षक, और जिला प्रशासन मिलकर:
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जेल की सीसीटीवी फुटेज खंगाल रहे हैं
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जेल स्टाफ से पूछताछ कर रहे हैं
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आसपास के इलाकों में तलाशी अभियान चला रहे हैं
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जेल के गार्डों और वार्डन की भूमिका की भी जांच हो रही है कि कहीं कोई अंदर से मदद तो नहीं मिली।
जिला प्रशासन का बयान:
कोरबा एसपी उदय किरण ने मीडिया को बताया:
“यह घटना बेहद गंभीर है। हमारी टीमें 24×7 काम कर रही हैं। हम फरार कैदियों को जल्द से जल्द पकड़ लेंगे। दोषी जेलकर्मियों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।”
सियासी प्रतिक्रिया:
विपक्ष ने राज्य सरकार और जेल प्रशासन पर निशाना साधते हुए कहा:
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“जब बलात्कार जैसे गंभीर अपराधों में बंद आरोपी जेल से भाग जाते हैं, तो आम जनता की सुरक्षा की क्या गारंटी है?”
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“राज्य की कानून-व्यवस्था पूरी तरह चरमरा गई है।”
जनता में भय और चिंता:
फरार कैदी यौन अपराधों के आरोपी हैं, जिससे लोगों में भय का माहौल है, खासकर महिलाओं और बच्चों के लिए।
क्या हो रही हैं कोशिशें?
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छत्तीसगढ़-मध्यप्रदेश सीमा को सील किया गया है।
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रेलवे और बस अड्डों पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है।
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पुलिस ने सभी थानों को अलर्ट कर दिया है।
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आसपास के गांवों में पोस्टर और फोटो चिपकाए जा रहे हैं।
TVC India का विश्लेषण:
इस घटना ने जेल की खस्ताहाल सुरक्षा व्यवस्था और अपराधियों के आत्मविश्वास को उजागर कर दिया है। जब बलात्कार और पॉक्सो जैसे संगीन आरोपों में बंद अपराधी बिना किसी डर के भाग निकलते हैं, तो यह प्रशासनिक लापरवाही का उदाहरण है।